Ganesh ji ki Aarti
जय गणेश
जय गणेश जय गणेश देवा
माता जाकी
पार्वती पिता महादेवा ॥ जय...
एक दंत
दयावंत चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर
सोहे मूसे की सवारी ॥
अंधन को
आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन
को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥ जय...
हार चढ़े,
फूल चढ़े और चढ़े मेवा।
लड्डुअन
का भोग लगे संत करें सेवा ॥
दीनन की
लाज रखो, शंभु सुतकारी।
कामना
को पूर्ण करो जाऊं बलिहारी॥ जय...
'सूर'
श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा।
जय गणेश
जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी
पार्वती पिता महादेवा॥
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा
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आरती
सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची |
नुरवी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची |
सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची |
कंठी झळके माळ मुक्ताफळाची || १ ||
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती |
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती ||
रत्नखचित फरा तूज गौरीकुमरा |
चंदनाची उटी कुंकुमकेशरा |
हिरे जडित मुकुट शोभतो बरा |
रुणझुणती नुपुरे चरणी घागरिया || 2
||
लंबोदर पितांबर फनी वरवंदना |
सरळ सोंड वक्रतुंड त्रिनयना |
दास रामाचा वाट पाहे सदना |
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवंदना |
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती |
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती || ३ ||
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