क्या अक्षय कुमार के कहने पर मिनी ट्रक , पिकअप या लोडिंग वाहनों खरीदना चाहिए ?
Akshay Kumar - Badle Soch Badle Zindagi
यहाँ पर अक्षय कुमार , किसी हीरो या किसी कंपनी से हमें परहेज नहीं है यहाँ हमारा मकसद उन सिधे साधे भारतीयों से है जो मिनी ट्रक , पिकअप या लोडिंग वाहनों के विज्ञापन देख कर गाड़ी खरीदने का सोच रहे है | जिन्हे
ये
भी नहीं पता आगे क्या होगा
|
हाँ दोस्तों में उस विज्ञापन की बात कर रहा हु जो अधिकतर रेलवे स्टेशनो पे चल रहा है जिसमे अक्षय कुमार अपने मित्र से मिलते है (विजय और आकाश ) और अपनी लाइफ के बारे में बात करते है दोनों गाड़ी में बैठते है, जिसमे अक्षय कुमार कहते है की लाइफ कण्ट्रोल में है कभी लेफ्ट घुमाता हु कभी राइट | और पगार के बारे में अक्षय कुमार बताते है की कभी में पगार लेता था आज पगार देता हु, और जब दोस्त घर के बारे में पूछता है तो अक्षय कहते है की खुद का घर है | तभी
दोस्त के बोस का फोन आता है और दोस्त यह कहता है की तेरी जिंदगी बदल गई | जरा सोचे क्या अक्षय कुमार के कहने पर वाहन खरीदना चाहिए |
इस विज्ञापन का और रियल लाइफ में बहुत अंतर है यदि आप इस प्रकार की गाड़ी खरीदने का प्लान कर रहे है तो पहले ये सवाल अपने आप से पूछ ले अन्यथा केवल पश्ताना पड़ेगा |
इस बिज़नेस में सबसे पहली जरुरत
१. ड्राइवर खुद
होना जरुरी है , गाड़ी चलाने के लिए रखा हुवा ड्राइवर कभी कमा कर नहीं देता है , यह सत्य है |
२. गाड़ी खरीदने से पहले ये पता कर ले की आपके इलाके में इस तरह की कितनी गाड़ी है और वे चल भी रही है या केवल काम के इंतज़ार में रखी रहती है |
३. क्या आपके आसपास के इलाके में इतना काम है |
४. क्या आपको ड्राइविंग अच्छी आती है |
5. क्या आपका व्यवहार बाजार में ऐसा है की लोग आप पर विश्वास करते है एवं आपको आसानी से काम देदेगे |
६. यदि गाड़ी की क़िस्त न भर पाए, तब भी आपके दैनिक जीवन पर कोई प्रभाव नहीं पडेगा |
इन सब पहलू पर विचार कर के ही गाडी लेवे अन्यथा कितने ही लोग है जिन्होंने गाड़िया तो लेली पर क़िस्त भी नहीं भर पारहे | और कम कीमत में गाड़िया बेच दी |
विज्ञापन वाली कंपनियों का काम होता है की लोगो को सपने दिखाकर प्रोडक्ट बेचना पर हमारा काम है की आपको सत्य से अवगत करावे | इसके बाद भी यदि आप गलती करते है तो फिर ईश्वर भी क्या करे |
गाड़ी लेने का प्लान करने से पहले ये जरूर पड़े ताकि आगे का जीवन सुखद हो नहीं तो रिसेल में लोग गाड़ी को कोडियो के भाव में भी नहीं खरीदते है | विज्ञापन में और रियाल जीवन में बहोत अंतर है
गाड़ी लेने का प्लान करने से पहले ये जरूर पड़े ताकि आगे का जीवन सुखद हो नहीं तो रिसेल में लोग गाड़ी को कोडियो के भाव में भी नहीं खरीदते है | विज्ञापन में और रियाल जीवन में बहोत अंतर है
क्या हर विज्ञापन सत्य नहीं होता ?
#BadleSochBadleZindagi
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