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सोमवार, 2 दिसंबर 2019

इस नौजवान की वजह से आज मेरे पास दो बंगले है :जीरो इन्वेस्टमेंट

जीरो इन्वेस्टमेंट से काम शुरू किया  यह काम दो बंगले खुद के है 


कॉम्पिटिशन  एग्जाम की तैयारी करते - करते थक गया  पर न तो एग्जाम खत्म होती और न ही सिलेक्शन होता |  हमेशा सिलेक्शन में कही न कहि कमी कुछ रह जाती |कोचिंग वाले हर बार नया लाली पाप देते  कहते इस बार सिलेक्शन नहीं हुवा तो क्या हुवा अगली बार हो जाएगा | आखिर कब तक घर से पैसा लेकर कोचिंग ही पड़ता रहता |
फिर एक दिन गली के मोड़ पर बैठा था तो एक नौजवान उधर से गुजरा उसने पूछा भाई कहि कोई मकान किराए पर मिल सकता है | मेने कहा मकान का तो पता नहीं पर यहां पास में एक दुकान है जो प्रॉपर्टी का काम करते है उनसे मिल लो | तब उस नौजवान ने कहा की उनसे तो मिल लिया पर उनका कंसल्टेंसी अमाउंट बहोत  ज्यादा है भाई आप ही जो लगे लेलेना पर कृपया मदद कर दो | 
मेने कहा ठीक है मुझे पता तो नहीं पर यहां पास में ही एक मकान सुबह खाली हुवा चलो पूछ लेते है 
में उस नौजवान को लेकर मदद करने के मकसद से  जीनका मकान था उन्हें में जानता था उनके पास  उस नौजवान को लेगया |
जैसे ही मेने घंटी बजाय अंदर से ऑन्टी आये 
मेने ऑन्टी से कहा ऑन्टी ये जो सुबह मकान खाली हुवा था उसके लिए ये भैया आये किया आप मकान कियारे से देंगे |
ऑन्टी मुझे जानती थी ऑन्टी ने कहा ठिक है 
ऑन्टी ने पूछा कोन - कोन है इनके परिवार  में  
में कुछ बोलता की उस नौजवान ने कहा में मेरी पत्नी और एक बेटी है |
ऑन्टी ने कहा ठिक है  फिर पूछा खाना पीना तो नहीं करते 
नौजवान: नहीं 
ऑन्टी : पत्नी क्या करती 
नौजवान : हाउस वाइफ 
ऑन्टी : काम क्या करते 
नौजवान:  सॉफ्टवेयर कंपनी में नौकरी करता 
ऑन्टी : एक साल का अग्रीमेंट होगा , एक  माह का एडवांस किराया लगेंगे , और साथ में पुलिस वेरिफिकेशन होगा |
नौजवान : ठीक  है 
ऑन्टी : किराया हर माह की 5 तारीख तक आजाना चाहिए |
नौजवान : ठीक  है मकान बता दीजिये 
ऑन्टी : बिजली , पानी अलग से रहेगा  
नौजवान : ठीक  है
ऑन्टी ने मकान बताया मकान नौजवान को पसंद आगया
ऑन्टी ने कहा कल सुबह १० बजे आजाना अग्रीमेंट और पुलिस वैरिफिकेशन करवा लेगे | ऑन्टी ने  कहा एडवांस देदो ताकि बात फ़ाइनल हो |
नौजवान ने 5000 दिए बाकि कल देता हु |
फिर हम दोनों भी वहा से वापस वही नुक्कड़ पर  आगये जहा से चले थे |
मेने कहा ठीक है भाई मुझे भी कोचिंग जाना है बिदाई लेते हुए आगे बड़ा ही था. की नौजवान ने रोका और मेरा धन्यवाद करते हुए मेरे हाथों में Rs 1000 थमा दिए मेने कहा ये किस बात के |
तो नौजावन बोला  की आपने मेरे Rs 5000 बचा दिए, नहीं तो मुझे तो कंसल्टैंसी देना ही पड़ती | 
बस फिर किया था अब मेने जितना गणित कोचिंग में पड़ा था उसका उपयोग करने की बारी थी 
जब एक दिन में केवल  30 मिनट में सही रास्ता बताने के Rs 1000 मिल सकते है तो यदि ऐसे कितने ही लोग है, जिनको नए घर की आवश्यकता होती है , किराये के मकान की जरुरत होती है की लिए मदद की जाये तो यह भी एक अच्छा बिज़नेस बन सकता है | फिर क्या था मेने आस - पास के सभी किराए के मकान की जानकारी जुटाई और लोगो की सहायता में लग गया | 
आज खुद  का बगला है  | मेने एक नियम बनाया की में कभी किसी मजबुर की मज़बूरी का फायदा नहीं उठाऊंगा |
आज  मेरे यहां चार एम्प्लोये है जो मेरे ऑफिस का सारा काम देखते है मेरे जीवन का एक नियम है की में मजबूर लोगों की मदद करता हु और किसी की मज़बूरी का फायदा नहीं उठता | मेरा काम है सही रास्ता दिखाना लोगो को रास्ते से भटकना या कंसल्टेंसी लेना ही मेरा मकसद नहीं है |
जय भारत 

रामेश्वर  रजत 
प्रॉपर्टी कंसल्टैंट एवं सलाहकार  

विजय नगर , इंदौर

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